झारखंड में घुमने के लिये क्या है खास- What is special to visit in Jharkhand

झारखंड में घूमने के लिये क्या है खास- What is special to visit in Jharkhand 

 इस विषय पर इस ब्लॉग में हम चर्चा करेंगे . इस बलाग में हम बताएँगे की झारझंड के विभिन्न शहरों में ऐसी क्या ख़ास बात है जो सैलानियों को बरबस अपनी और आकर्षित करती है और हर साल लाखो सैलानी इस राज्य के विभिन्न शहरों का सपरिवार भ्रमण करते हैं और प्रकृति के सौंदर्य का रस पान करते हैं. तो दोस्तों झारझंड में घूमने के लिये क्या है खास- What is special to visit in Jharkhand प्रसिद्ध है बेतला नॅशनल पार्क, दलमा सेंचुरी, हजारीबाग नेशनल पार्क वाइल्ड लाइफ, पांच घाघ वाटर फाल, दशम वाटर फाल, बाबा बैद्यनाथ धाम देवघर, माँ छिन्मस्तिका शक्ति पीठ, राजरप्पा, पतरातू डैम, घाघरी वाटरफॉल इत्यादि. अगर आप एक बार झारखंड घूमने के लिए आ गए तो आपका मन यहां रम जाएगा. इन सबके अलावे और बहुत कुछ ख़ास है झारखंड में.

झारखंड(Jharkhand) में क्या है प्रसिद्ध ?

झारखंड(Jharkhand) अपने खनिज संसाधनों के लिए प्रसिद्ध है. झाखंड में बहुतायत मात्रा में खनिज पदार्थ जैसे कोयला, यूरेनियम, अभरक, बाक्साइट, क्वार्ट्ज, ग्रेनाइट, ग्रेफाइट, मैग्नेटाइट, डोलोमाइट, लोहा, ताम्बा पाया जाता है. इन सके अलावे झारखंड राज्य वनो और जंगलो से आच्छादित है. यहां के झरने, नदी नाले, तीर्थ स्थल, चिड़ियाघर बरबस आपको अपनी ओर आकर्षित करेंगे.

झारखंड(Jharkhand) का क्या है अर्थ ?

झारखंड(Jharlhand) को विभिन्न समयों में अलग अलग नामो से जाना जाता था. पौराणिक ग्रंथों के आधार पर इतिहासकार वायू पुराण के अनुसार झारखंड के छोटानागपुर को मुरण्ड तथा विष्णु पुराण में मुंड नाम से जाना जाता था. मुग़ल काल में इस क्षेत्र को कुकरा तथा अंग्रेजो के जमाने में झारखंड कहा जाता था. छोटानागपुर के पठार में अवस्थित होने के कारण इसे छोटानागपुर प्रदेश भी कहा जाता है.

झारखंड में किस चीज की खरीददारी करे ?

अगर आप झारखंड घूमने के लिए आते हैं तो आप अपने याद के लिए यहाँ के बाजारों से यहां के प्रोडक्ट जैसे ढोकरा आर्ट, तसर सिल्क , म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट, चमड़े से बनी वस्तुएं, लाह के आभूषण, टेराकोटा के प्रोडक्ट इत्यादि खरीद सकते हैं.

झारखंड कब बना था ?

15 नवम्बर 2000 से पहले झारखंड, बिहार(Bihar) राज्य का हिस्सा हुआ करता था. 15 नवम्बर 2000 को बिहार पुनर्गठन अधिनियम के तहत दक्षिणी बिहार को झारखंड के रूप में 28वाँ राज्य बनाया गया था. इस दिन को प्रति वर्ष झारखंड गठन दिवस के रूप में मनाया जाता है. 

झारखंड में कितनी भाषाएँ बोली जाती है ?

खारखंड में लगभग 30 भाषाएं बोली जाती है. यहां की प्रमुख भाषाओं में मुंडारी, हो, खोरठा, कुरिख, हिंदी, संथाली, नागपुरी, पंचपरगनिया, कुरमाली, भोजपुरी, उर्दू इत्यादि भाषाएं बोली जाती है.

झारखंड घूमने के लिए सबसे अच्छा महीना कौन सा है ?

झारखंड में घूमने के लिए अक्टूबर से फरवरी का महीना बेहद ही अच्छा होता है. इस समय यहाँ हल्की हल्की ठण्ड पड़ती है जो घूमने के लिए बहुत अच्छा माना जाता है. इस समय यहां का मौसम बहुत सुहाना होता है. जब आप यहां के दर्शनीय स्थलों का मजा ले सकते हैं. 

झारखंड में घूमने के लिए ये है ख़ास - This is special to visit in Jharkhand

झारखंड की राजधानी राँची(Ranchi)

झारखंड की राजधानी रांची एक बहुत ही खूबसूरत जगह है. रांची का झीलों और झरनो का शहर भी कहा जाता है. अंग्रेजो के जमाने में रांची बिहार की ग्रीष्मकालीन राजधानी हुआ करती थी. यहां घूमने के लिए जोन्हा फाल, दशम फाल, हिरनी फाल, पंचघाघ जैसे खूबसूरत झरने है जहां का भरमन कर आप मजे ले सकते हैं. यहां आप टैगोर हिल, रांची हिल स्टेशन, कांके डैम, जैसे खूबसूरत स्थान हैं.

देवघर(Devghar)

देवघर हिन्दुओं का एक महत्वपूर्ण तीर्थस्थल है. यहां बाबा बैद्यनाथ का मंदिर है. कहा जाता है कि इस मंदिर को सातवीं शताब्दी में बनवाया गया था. देवघर में सावन के महीने में प्रसिद्ध श्रावणी मेला लगता है. सावन में लाखो लोग कावर में जल भरकर बाबा बैद्यनाथ को चढ़ाते है. देवघर में घूमने के लिए नौलखा मंदिर, त्रिकूट पर्वत रोपवे, तपोवन की गुफाएँ, बासुकीनाथ का मंदिर, नंदन पहाड़, सत्संग आश्रम, रामकृष्ण विद्यापीठ, रिखियापीठ योगाश्रम, मयूराक्षी नदी इत्यादि बेहद ही खूब सूरत स्थल हैं. इन स्थानों पर जाकर आप अजीब तरह की शांति का अनुभव करेंगे.

टाटानगर(Tatanagar)

टाटानगर को जमशेदपुर भी कहा जाता है. जमशेदपुर इसलिए कहा जाता है क्योंकि  वर्ष 1907 में जमशेदजी नौशरवान जी टाटा ने यहां टाटा आयरन एंड स्टील कंपनी की स्थापना की थी. इससे पहले यह छोटा सा आदिवासी गावँ साकची के नाम से जाना जाता है. टाटानगर में देखने और घुमने की बहुत सी जगहें है जैसे डिमना लेक, सर दोराबजी  टाटा पार्क, जे आर डी टाटा स्पोर्ट काम्प्लेक्स, डलमा वाइल्ड लाइफ सेंक्चुरी, भुबनेश्वरी देवी का मंदिर, जुबली पार्क, बुरूडीह लेक. 

हजारीबाग(Hazaribag)

हज़ारीबाग को किसी जमाने में हजार बाघों वाला कहा जाता था पर अब  बाघों की संख्या काम होने के कारण यह बदलकर हज़ार बागों वाला कहा जाने लगा. हज़ारीबाग, raanchi से लगभग 93 किलोमीटर की दुरी पर  अवस्थित है. हज़ारीबाग में देखने योग्य बहुत सारी जगहें हैं जिनमे हज़ारीबाग नॅशनल पार्क, कनारी हिल्स, हजारीबाग झील, अर्बन हाट, नरसिम्हस्थान इत्यादि शामिल हैं. हज़ारीबाग घूमने का सबसे बेस्ट समय है अक्टूबर से फरवरी. यहाँ से आप प्रसिद्द छिन्नमस्तिका मंदिर भी जा सकते हैं.

शिखरजी

शिखरजी, Jhaarkhand के गिरिडीह जिले में स्थित पारसनाथ की पहाड़ी पर स्थित जैनो का प्रसिद्ध तीर्थ स्थल है.   पारसनाथ रेलवे स्टेशन पहुँचने  के लिए दुर्गापुर(Durgapur), देवघर(Devghar) या रांची(Ranchi) एयरपोर्ट पर हवाई मार्ग से पहुंचकर रेलमार्ग या सड़क मार्ग का उपयोग किया जा सकता हैं.   

नेतरहाट(Netarhat)

झारखंड राज्य के लातेहार जिले में स्थित एक छोटा सा गांव नेतरहाट सूर्योदय और सूर्यास्त के लिए प्रसिद्द है. नेतरहाट में बहुत ही खूबसूरत वादियाँ, छोटे छोटे घाटियाँ और झरने आपका मन मोह लेंगे. 

 faq अक्सर पूछे जानेवाले प्रश्न 

1. रांची से नेतरहाट की दूरी कितनी है?
रांची से नेतरहाट की दूरी लगभग 150  किलोमीटर है. 
२. रांची का nickname क्या है?  
रांची का Nickname - सिटी ऑफ़ वाटर फाल है. 
३. झारखण्ड के किस शहर को Queen of Jharkhand  कहा जाता है?  
Netarhat को Queen of Jharkhand कहा जाता है. 
4. झारखण्ड के किस शहर को kashmir of Jharkhand  कहा जाता है?  
Kiriburu  को Kashmir  of Jharkhand कहा जाता है. 
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